Saturday 5 September 2015

Woh Kisna Hai -

Bollywood Dance - Saathi D&E - Holi Warszawa 2015



Courtesy:SaathiGroup//YouTube

जन्माष्टमी पर श्री राधा गोपीनाथ मंदिर बना बैंकुठ धाम

मुन्ना सिन्हा और सुप्रभा सिन्हा के बंगाली कारीगरों ने दिया नया रंग 
लुधियाना: 5 सितम्बर 2015: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो):
भगवान कृष्ण के रंग को लुधियाना में बिलकुल ही अलग अंदाज़ में लाने वाले इस्कॉन मंदिर के प्रतिनिधि अज्ज फिर सक्रिय रहे। इस्कॉन लुधियाना की तरफ से इस्कॉन लुधियाना स्टीयरिंग कमेटी के संयोजक्तव में जनपथ एस्टेट में निर्माणाधीन श्री राधा गोपीनाथ मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव भव्य रूप से शनिवार को सायं 6 बजे से मनाया जा रहा है। मंदिर के यह एक अलौकिक उत्सव जैसा होगा। कमेटी के अध्यक्ष राजेश गर्ग व योगेश गुप्ता ने बताया कि भगवान के आगमन के लिए इस्कॉन लुधियाना के भक्त व इस्कॉन लुधियाना स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य पलके बिछा कर स्वागत के लिए तैयार हैं। गौरतलब है कि मुन्ना सिन्हा और सुप्रभा सिन्हा के संयोजक्तव में बंगाली कारीगरों द्वारा उत्सव स्थल को बैकुंठ धाम का रूप दिया गया है। भगवान के लिए सुंदर फूल बंगला तैयार हो चुका है। इस्कॉन के प्रमुख पुजारी महाभिषेक के लिए लुधियाना पहुंच रहे हैं। बहुत ही सुंदर बाल गोपाल झूला में विराजमान होंगे। बाल गोपाल के झूला दर्शन दिव्य होंगे। संदीप छाबड़ा, पंकज मल्होत्र, वरिंदर गुलाटी के संयोजक्तव में विभिन्न व्यवस्था कमेटियों के माध्यम से अनिल सिंघल, अजय अग्रवाल, अशोक कालड़ा, भजन लाल, सुशील सिक्का, नाम नायक दास, विजय नरुला, योगेश जोशी, मुकेश सामा, प्रतीक प्रभाकर, शिवु भंडारी, गुलशन शर्मा, ध्रुव सिंघल, प्रथम गर्ग, पंकज बांसल, दिलीप सचदेवा, पवन गाबा, टिंकू मल्होत्र, मनदीप गाबा, गोल्डी मक्कड़, आशीष बांसल, भरत भंडारी, वैभव मल्होत्र, पूजा मल्होत्र, वंशिका मल्होत्र, संचित, सतपाल, एस.के.राजन, मनू मल्होत्र, रविंदर, अविनाश गुप्ता, बोबी वर्मा, रोहित बिंद्रा, रोहित, गोपाल झा, सुरजीत कुमार, सिद्धार्थ जोशी, नरहरि दास, तरुण सूद इत्यादि सदस्यों को सेवा वितरण की गई। कुल मिला कर यह स्थान भक्तों का केंद्र बना रहा। 

भक्त गायक नरेंद्र चंचल 12 सितम्बर को लुधियाना आएंगे

 5 शक्तिपीठों से मां की पवित्र ज्योति लाई जाएगी
लुधियाना: 5 सितम्बर 2015: (पंजाब स्क्रीन ब्यूरो): 
फ़िल्मी दुनिया में जाकर भी माँ के गुणगान को हमेशां अपने साथ रखने वाले भक्त गायक नरेंद्र चंचल 12 सितम्बर को लुधियाना आएंगे।  यह आयोजन उपकार नगर में होगा। सेवादार यूथ क्लब की ओर से मां भगवती की दूसरी विशाल चौंकी 12 सितंबर को उपकार नगर में धूमधाम से करवाई जा रही है। क्लब के सदस्यों की ओर से चौंकी की तैयारियां जोरों से की जा रही है। क्लब के सदस्यों की ओर से महानगर की विभिन्न धार्मिक, सामाजिक तथा राजनीतिक संगठनों को चौंकी का निमंत्रण दिया जा रहा है। इसी उपलक्ष्य में क्लब के सदस्यों की ओर से शुक्रवार को भाजपा नेता विपिन सूद काका तथा केवल छाबड़ा को चौंकी का निमंत्रण दिया गया। अन्य लोगों तक भी निमंत्रण पहुंचाए जा रहे हैं। 
इसी दौरान क्लब के सेवक गोबिंदा मलिक व विशाल थापर ने बताया कि चौंकी में प्रसिद्ध धार्मिक गायक नरिन्द्र चंचल एवं शिव भारद्वाज मां भगवती का गुणगान करेंगे। चौंकी में 5 शक्तिपीठों से मां की पवित्र ज्योति लाई जाएगी, जिसकी शोभायात्र 11 सितंबर को निकाली जाएगी। इस अवसर पर इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश शर्मा मिंटू, पूर्व पार्षद सतीश नागर, निशांत सूद मन्नू, योगेश चुघ, राजिंदर थापर, कुलभूषण मलिक, भरत मलिक, राहुल नारंग, राजू थापर, कुणाल नारंग, सतपाल सागर, राजू साहनी, तरुष गुप्ता, चंदन नारंग, नवीन, पंकज, सुनील महाजन, केशव गुप्ता, मिंटू शर्मा, मनिंदर चोपड़ा, मुकेश मदान, चिंटू शास्त्री, नितिन सचदेवा, हरीश अरोड़ा, अतिव थापर, अमरनाथ, रोहित नारंग, प्रिंस चौधरी, अजय ठाकुर आदि उपस्थित थे।

Thursday 27 August 2015

गोविन्द गौ धाम में होगा फूल बंगला उत्सव

 40 फुट ऊंची मटकी फोड़ने की प्रेक्टिस जारी 
लुधियाना: 26 अगस्त 2015:  (आराधना टाईम्ज़ ब्यूरो): 
हंबड़ा रोड पर वृन्दावन की झलक देता गोविन्द गौ धाम अपना अलग स्थान बना चूका है। यहाँ अक्सर विशेष आयोजन होते रहते हैं। अब तैयारी है फूल बंगला उत्स्व की। इस आयोजन के लिए कमेटी की विशेष बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में श्री राधा रानी फूल बंगला उत्सव कमेटी के चेयरमैन वरिंदर गुप्ता राजू ने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म पापियों का नाश करने एवं भक्तों का उद्धार करने के लिए हुआ है। जन्माष्टमी का पर्व सनातन धर्म का आधार है। इस उत्सव में गाय एवं गोविंद की सेवा करने का अवसर मिलता है। सुंदर दास धमीजा, अशोक धवन, सतीश गुप्ता, मनोहर वर्मा, मोहन परूथी, राज गोयल, प्रमोद दीवान, सुभाष जिंदल, पं. राज कुमार शर्मा, अश्विनी ग्रोवर, डा. कृष्ण मुरारी गुप्ता, बसंत कुमार, हरमेश अरोड़ा, समाज सेवक राज वर्मा, विनोद गुप्ता, बिट्टू गुंबर तथा राजेश जैन बाबी ने कहा कि गो¨वद गौधाम में जन्माष्टमी के पावन पर्व पर दही हांडी फोड़ने की विशेष टीम तैयार की जा रही है, जो निरंतर अभ्यास कर 40 फुट ऊंची मटकी फोड़कर भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं का अवलोकन करवाएंगी। संजीव सूद बांका, डा. बी.आर. कपूर, डा. बलराज वर्मा, राजी वर्मा, वरिंदर शर्मा बॉबी ने कहा कि कृष्ण लीलाओं के माध्यम से जीव को भगवान की भक्ति से जुड़ने का अवसर मिलता है। श्रमण जैन स्वीटस के विपिन जैन व मानिक जैन ने कहा कि जन्माष्टमी पर लगने वाले छप्पन भोग की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। कुल मिलकर इस बार भी कार्यक्रम यादगारी होगा। 

शिव तांडव व कृष्ण लीला से जमेगा जगराओं में रंग


वृंदावन से जगराओं आएंगे शिव व कृष्ण लीला के कलाकार
जगराओं: 26 अगस्त 2015: (आराधना टाईम्ज़ ब्यूरो):
मौसम में बदलाव का सुखद संदेश देता फेस्टिवल सीज़न शुरू हो चूका है। इस सीज़न में होगा धार्मिक कार्यक्रमों का विशेष आयोजन। इसी सिलसिले में श्री कृष्णा क्लब पुरानी दाना मंडी जगराओं की ओर से मां भगवती का विशाल 12वां जागरण 29 अगस्त शनिवार को पुरानी दाना मंडी में करवाया जा रहा है। इस संबंधी क्लब सदस्यों ने एक बैठक मंगलवार को बुलाई जिसमें उन्होंने बताया कि जागरण की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। क्लब के चेयरमैन अविनाश मित्तल व प्रधान रॉकी गोयल ने बताया कि जागरण की पवित्र ज्योति मां चिंतपूर्णी जी के दरबार से लाई   जा रही है। उन्होंने बताया कि पवित्र ज्योति के साथ शोभायात्र शनिवार को शाम 5 बजे स्थानीय रेलवे स्टेशन से आरंभ होकर पंडाल तक जाएगी और ज्योति उठाने की रस्म अकाली नेता करणजीत सोनी गालिब निभाएंगे। इस वर्ष ज्योति की रस्म के उपरान्त विशेष तौर पर शिव तांडव व कृष्ण लीला भी करवाई जाएगी, जिसके लिए कलाकार वृंदावन से जगराओं आएंगे। प्रधान रोहित गोयल मुताबिक गौतम जांलधरी टी. सीरीज वाले, रेखा शर्मा एंड पार्टी जालंधर वाले, पंकज धवन एंड पार्टी दिल्ली वाले और जतिन्द्र कत्याल मां भगवती का गुणगान करेंगे। जागरण के दौरान प्रसाद की सेवा ललित गोयल लाली व राजन गोयल लुधियाना वालों की ओर से निभाई जाएगी। इस दौरान क्लब सदस्यों की ओर से सारी रात आई हुई संगत के लिए भण्डारा भी चलाया जाएगा।

इस संबंधी निमत्रण पत्र सांसद रवनीत सिंह बिट्टू, विधायक भारत भूषण आशू, एसएसपी देहात रवचरण सिंह बराड़, विधायक एस.आर. कलेर, कार्यसाधक अधिकारी दविन्द्र तूर को दिया। इस अवसर पर सुनील कुमार, गौरव सिंगला, रमन बजाज, पंकज सिंगला, गौरव जैतका, विपन गर्ग, नवीन सिंगला, पंकज गर्ग, मनीष सिंगला, नरेश शर्मा, मोहित जैन, राजू नरूला, गोपी शर्मा, सचिन जगोता, मनोज गर्ग, अंकुर बांसल, अजय गोयल, कपिल गोयल आदि मौजूद रहे। 

राखी को प्रतीक बना कर दिया पवित्र जीवन का संदेश

ब्रह्मकुमारीज़ आश्रम ने बताई भगवान के सत्यस्वरूप दर्शन की तकनीकें 
लुधियाना: 26 अगस्त 2015: (रेक्टर कथूरिया//आराधना टाईम्ज़): 
आज की शाम उन सभी के लिए एक नया संदेश लेकर आई थी जो अपने व्यस्त जीवन में से कुछ पल का थोड़ा सा समय निकाल कर लुधियाना के निकट गाँव झांडे में आये थे। स्थान था ब्रह्मकुमारीज़ आश्रम और आयोजन था राखी का। राखी के ज़रिये मकसद था आज के इंसान को कामुकता, लोभ, मोह, अहंकार और क्रोध जैसे शक्तिशाली पाश से मुक्त कर उसे पवित्र और स्वतंत्रत जीवन का बोध कराना। उस पवित्रता का बोध जो आज के कामुकता भरे माहौल में किसी गए गुज़रे ज़माने की बात हुयी महसूस होती है।  उस स्वतंत्रता का बोध जो आज के इन्सान ने क्रोध और लोभ मोह अहंकार जैसे बंधनों के प्रभाव में आ कर खो दी है। 
जैसे आज के युग में बेचैन हुए मानव को कुछ शांति और स्वास्थ्य प्रदान करने के लिए कई बाबाओं ने दुकानें खोल राखी हैं वैसा यहाँ कुछ भी नहीं था। न गोलक न फ़न्ड्ज़ एकत्र करने की टेबल और न ही कोई डिमांड। मुझे  कुछ ज़रूर माँगा जायेगा। कार्यक्रम के समापन पर एक जानी पहचानी आवाज़ ने मुझे चौका दिया। कभी सक्रिय पत्रकार रह चुकी लेकिन आजकल मेडिटेशन के आनंद सागर में डुबकियां लगा रही मीनू गिल्होत्रा की आवाज़ सुन कर पाँव न चाहते हुए भी रुक गए।  मुझे लगा अब ज़रूर फंड माँगा जायेगा लेकिन उसके हाथों में मिठाई के प्रसाद की डिब्बियां थी और उसके सहयोगी के हाथों में पुस्तकों का एक सेट। उसने पैसे की कोई बात नहीं की।  मुझे लगा कोई डोनेशन बॉक्स आसपास रखा होगा। मैं पानी पीने के बहाने से फिर अंदर के कमरों में गया लेकिन वहां भी कुछ नहीं था। आखिर पूछा इन किताबों की कीमत? जवाब मिला इन्हें पढ़ो और जीवन में उतारो। 
करीब एक घंटे के इस सेमिनार में जब प्रवचन हुए तो उनमें मिठास भरे शब्दों में कुछ ऐसी हकीकतें बताई गयी जो वसभी के मन और दिमाग की हालत से जुडी हुईं थीं। लोगों ने इन प्रवचनों को बहुत ही स्नेह और उत्सुकता से सुना। परमात्मा कौन है, कहाँ रहता है, उसकी क्या पहचान है, उससे कैसे मिला जा सकता है। ऐसी बहुत सी बातें बहुत सादगी से समझायी गयीं। मुझे याद आये बहुत से नाम और बहुत से चेहरे जो जेल में सड़ने को मजबूर हुए या फिर मौत के मुँह में धकेल दिए गए क्यूंकि वे वे केवल दो चार पल के लिए क्रोध के पाश से वशीभूत हो कर कुछ ऐसा कर बैठे थे जिसके बारे में उन्होंने खुद कहा कि पता नहीं गुस्से में क्या हो गया था। धर्म के नाम पर होते दंगे फसाद और न जाने कितना ही कुछ दिमाग में बिजली जैसी तेज़ी से कौं ध गया। 
प्रवचन के बाद बहुत सी और बातें भी हुईं और बहुत सी बातों के लिए उन्होंने निकट भविष्य का वक़्त भी दिया उनकी चर्चा किसी अलग पोस्ट में जल्द होगी आज बात केवल राखी की।  पावन पवित्र संदेश का मकसद था कि केवल एक दिन के लिए नहीं बल्कि पूरा जीवन कैसे पाँचों खतरनाक विकारों को अपने नियंत्रण मैं रख कर गुज़ारना है?इस संदेश के आज के गवाह बने पंजाब योजना समिति के चेयरमैन प्रोफेसर राजिंदर भंडारी, डिप्टी मेयर प्रवीण बांसल,टैक्सेशन एडवोकेट जतिंदर खुराना, BSNL के जनरल मैनेजर विनय अग्रवाल, भाजपा यूथ विंग के प्रधान अमित गोसाईं,हीरो साईकल के वाईस चेयरमैन इस के राये, PSPCL के डिप्टी चीफ इंजीनियर प्रदीप गुप्ता,पूर्व सीएमओ-डाक्टर सुभाष बत्ता, MLA-दर्शन  शिवालिक और वरिष्ठ   सहित बहुत से लोग  मौजूद रहे। कुल मिलकर यह एक सफल आयोजन था।
राखी को प्रतीक बना कर दिया पवित्र जीवन का संदेश 

Tuesday 30 June 2015

बाबा हैदर शेख सदरुद्दीन जी का उर्स मलेरकोटला में पहली को

अजमेर शरीफ से लाई गई चादर व घोड़े पेश कर नतमस्तक होंगे बंटी बाबा
लुधियाना: 30 जून 2015: (आराधना टाईम्ज़ ब्यूरो): 
मलेरकोटला स्थित बाबा हैदर शेख सदरुद्दीन सरकार सदरे जहां मलेरी जी का उर्स (रोशनी) के उपलक्ष्य में मलेरकोटला दरबार में मेला कल बुधवार एक जुलाई को श्रद्धा व उल्लास से मनाया जाएगा। उर्स समारोह में बुधवार को श्री प्रेम धाम के संस्थापक व संचालक सर्वधर्म प्रचारक बंटी बाबा जी अजमेर शरीफ से लाई गई विशेष प्रकार की चादर व घोड़े सरकार को पेश करके नतमस्तक होकर विश्व में अमन व भाईचारे की कामना सरकार के दरबार में करेंगे। श्री प्रेम धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष नरिन्द्र गुप्ता ने बताया कि उर्स मुबारक के पर्व की तैयारियां मककम्ल हो चुकी है।  वहीं श्री प्रेमधाम की तरफ से उर्स समारोह में शामिल होने वाले भक्तों के लिए लंगर,प्रसाद व ठंडे जल की व्यवस्था की जाएगी। इस अवसर पर रमेश बंसल, रवि गोयल,सुमित गोयल,सुधीर कुमार,अमित वर्मा,कपिल कपूर, राजीव शर्मा,प्रेम सिंगला, काका बाबा, गोपला बाबा , नरिंदर गुप्ता, योगेश बंसल, बॉबी बहल , लिटेश महाजन,रमन शर्मा,विनोद गोयल,सुदेश गोयल, गौरव, जोगिन्दर, सतनाम सिंह, अनिल गोयल, तुषार धमीजा इत्यादि कई भक्त मौजूद थे।

Monday 8 June 2015

रोज़ गार्डन में BJGVJ की तरफ से सजा प्रकृति का मन्दिर

गंगा यमुना के साथ साथ धरती माता ने भी सुनाई अपनी करुण दास्तान 
लुधियाना: 7 जून 2015: (आराधना टाईम्ज़ के लिए कार्तिका एवं दिलजोत):
रोज़ गार्डन की तरफ निकलो तो अक्सर समय बहुत रुमंतिक होता है।  उस दिन भी था। रुक रुक कर चलती हवा गर्मी में राहत प्रदान कर रही थी। अगर कुछ अजीब था तो बस यही की उस दिन वहां संगीतक फवारे के मधुर मधुर पुराने भजन या गीत नहीं चल रहे थे।  पता लगाने के लिए ज़रा उधर का ध्यान किया तो नज़दीक ही नज़र आया एक आयोजन। लोग कुछ खड़े थे कुछ बैठे थे पर सभी मग्न होकर मंच की तरफ देख रहे थे। मीडिया के कैमरे का फायदा उठाते हुए हमारी टीम को भी थोड़ा आगे पहुँचाने में कोई दिक्कत नहीं हुयी। आगे पहुँच कर देखा तो माहौल ही कुछ और था। मंच पर भारत माता भी खड़ी हुयी महसूस हुयी और धरती माता भी।  उनके साथ थे इन दोनों माताओं के सच्चे भक्त और उनके निशाने पर थे वे लोग जिन्हों ने गंगा माता और यमुना माता को बुरी तरह प्रदूषित करने के साथ साथ धरती माता की हरियाली का आवरण भी नोच डाला है और हवा को भी प्रदूषित कर दिया है।
यह सब कुछ प्रस्तुत कर रहे थे छोटे छोटे बच्चे जो यहाँ बिना किसी लालच के आये थे।  ये वो कलाकार थे जिनके लिए कला धंधा नहीं बानी थी। इन्हीने अपनी अपनी कला को हथियार बना कर लोगों में चेतना फ़ैलाने का एक मिशन शुरू कर रखा है। 
दर्शकों में मौजूद थे इन बच्चों को प्रेरणा देने वाले डाक्टर अरुण मित्रा, एम इस भाटिया, डीपी मौड़, कामरेड रणधीर सिंह धीरा, डाक्टर गुरचरण कौर कोचर, मेजर शेर सिंह ओळख, पर्दी शर्मा और कई अन्य प्रमुख लोग जो हर रोज़ अपने आवश्यक कामों को छोड़ कर कुछ समय जन चेतना की तरफ लगाते हैं। 
मंच के गीत संगीत और लघु नाटिकाओं को देख कर लगता था जैसे हम किसी मंदिर में हो! पर यह कौन सा मंदिर था? भारत मटका? धरती माता का? हमें नयी ज़िंदगी देती वायु का? या नया जीवन देते जल का? यहाँ गंगा प्रमुख देवी थी या यमुना? लगता था यह प्रकृति का सच्चा मंदिर तह जिसमें पुजारी और भक्त बानी थी वह जनता जो आडंबर नहीं करती केवल शुभ काम करती है। अस्समान के सितारे इसकी मंदिर की भव्यता को और बढ़ा रहे थे। 
दिलचस्प बात है कि यह सारा आयोजन तकरीबन 20 वर्षों से भी अधिक समय से चल रहा है। साल में कभी कोई स्कूल, कभी कोई कालेज और कभी कोई बाग़। मकसद यही की तेज़ी से तबाह हो रही वैज्ञानिक मानसिकता को बचाना,  दिल और दिमाग को कमज़ोर कर रहे अंध विशवास और वहम भरम के तूफ़ान को रोकना। लोगों में खोज और ज्ञान की लग्न पैदा करना।  होशियार बच्चों को समानित करना।  सारे खर्चे यह  सदस्य मिलजुल कर करते हैं।  हमने इन्हें कभीचंदा एकत्र करते नहीं देखा जैसा की इस आजकल आम रिवाज हो गया है।
भारत जन ज्ञान विज्ञानं जत्था के मेजर शेर सिंह औलख ने बताया कि  किस  अमेरिका का अयाशी भरी ज़िंदगी बिताने वाला कोई अमेरिकी व्यक्ति पर्यावरण किसी भारतीय के मुकाबले में 36 गुना अधिक बोझ डालता है। यही बात देश के अंदर अमीर और गरीब पर भी लागू होती है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि  हमें अपनी जीवन शैली बदलनी होगी। 
संगठन सचिव एम इस भाटिया ने कहा कि कुछ लोगों की लगातार बढ़ रही गलत लालसाओं के कारण विकास पूरी तरह असंतुलित होकर भयानक परिणाम सामने ल रहा है। 
पंजाब ईको फ्रेंडली एसोसिएशन के अध्यक्ष परमवीर सिंह बल ने कहा की इस तरह के शुभ आयोजनों में सभी को बढ़ चढ़ कर आगे आना चाहिए। 
पीएयू से आये डाक्टर राजिंद्रपाल  सिंह ने सब्ज़ियों के उत्पादन में बढ़ रहे कीटनाशकों के प्रयोग पर गहरी चिंता व्यक्त की। वर्किंग वुमेन  फॉर्म की संयोजक डाक्टर नरजीत कौर, राष्ट्रिय पुरस्कार विजेता सुश्री कुसुम लता, शिक्षा और साहित्य में लगातार सक्रिय बानी हुई डाक्टर गुरचरण को कोचर इत्यादि ने इस समस्या से जुड़े मुद्दों की चर्चा की। इस आंदोलन से लम्बे समय से जुड़े रंजीत सिंह ने एक क्विज़ का संचालन बहुय ही शानदार ढंग से किया। कुल मिलाकर यह एक यादगारी कार्यक्रम था जिसमें से उठने का मन ही नहीं हो रहा था लेकि आयोजकों ने समय सीमा का ध्यान रखते हुए इसे सम्पन्न करने का एलान कर दिया।

Wednesday 15 April 2015

इस रंग बदलती दुनिया में क्या खोते जा रहे हैं हम?

खुद को ही खुद का होश नहीं और क्या बचा ? 
ज़रा सी हवा बदली तो लोग भी साथ ही बदलने लगते हैं। गिरगिट की तरह रंग बदलना आज के युग की क्वालिफिकेशन हो गयी है। कभी समय था जब लोग अपनी पार्टी को अपनी मां  की तरह समझते थे लेकिन आज़ादी के बाद विकसित हुई सियासत में पार्टी बदलना एक आम सी बात है। जिन दलों को विचारधारा आधारित दल समझा जाता था उनमें भी इसका रंग देखने को मिल रहा है। ऐसे हालात में पाताली बाबा ने FB पर एक रचना पोस्ट की आज ही अर्थात कुछ समय पूर्व Wednesday, 15 April 2015 at 20:48 को। आज के युग और आज की मानसिकता के संबंध में यह काफी कुछ बताती है। पाताली बाबा लिखते हैं:--
ईश्वरचंद्र विद्यासागर ने एक संस्मरण लिखा है कि उनको वाइसराय ने सम्मान के लिए बुलाया था।
गरीब आदमी थे।
पुराना बंगाली ढंग का कुरता, कमीज, धोती पहनते थे।
फटे-पुराने कपड़े थे।
मित्रों ने कहा कि वाइसराय की सभा में इन कपड़ों में जाना उचित नहीं, अच्छे कपड़े बना देते हैं।
बात उनको भी जंची। एक-दो दफे इनकार भी किया।
लेकिन फिर उनको भी लगा कि ठीक है, तो कपड़े बनवा लिए।
कल सुबह वाइसराय की सभा में जाने को हैं,
उसके एक दिन पहले की घटना है।
सांझ को लौटते थे बगीचे से टहल कर।
सामने ही एक मुसलमान अपने कपड़े पहने हुए--
चूड़ीदार पायजामा, शेरवानी, हाथ में छड़ी लिए--
बड़े शौक से शाम की चहलकदमी करते हुए जा रहा है घर वापस।
एक आदमी भागा हुआ आया और उसने कहा,
मीर साहिब, आपके घर में आग लग गयी, जल्दी करिए।
लेकिन वह वैसे ही चलता रहा, चाल में जरा भी फर्क न आया--जरा भी!
जैसे नौकर आया ही नहीं, जैसे नौकर ने कुछ कहा ही नहीं;
जैसे कुछ भी नहीं हुआ हो; वह जैसा था, ठीक वैसा ही रहा।
सुर जरा भी न बदला उसका।
नौकर समझा कि शायद मालिक ने सुना नहीं;
क्योंकि आग लगने का मामला है। उसने कहा कि आप समझे या नहीं?
सुना आपने या नहीं? किस विचार में खोए हैं? मकान में आग लग गयी!
नौकर कंप रहा है, पसीना-पसीना है, बड़ा उत्तेजित है।
और नौकर है! उसका कुछ भी नहीं जल रहा है।

उस मुसलमान ने कहा, सुन लिया!
लेकिन मकान में आग लग गयी,
इस वजह से क्या जिंदगी भर की चाल बदल दें?
..........................आते हैं। 
ईश्वरचंद्र पीछे ही थे।
उन्होंने सुना तो बड़े हैरान हुए।
तो उन्होंने भी सोचा कि जिंदगी भर के कपड़े बदलें वाइसराय के लिए!
और एक यह आदमी है...वह वैसे ही...!
पीछे गए उसके। देखें, यह आदमी अनूठा है।
वह आदमी वैसे ही गया, जैसे वह रोज जाता था।
वही चाल रही, वही छड़ी का हिलना रहा।
घर पहुंच गया। आग लगी है। उसने नौकरों से कह दिया कि बुझाओ!
और स्वयं बाहर खड़ा रहा। सब इंतजाम कर दिया,
लेकिन उस आदमी में रत्ती भर भी फर्क नहीं है।

ईश्वरचंद्र ने लिखा है कि मेरा हृदय श्रद्धा से झुक गया।
ऐसा आदमी तो मैंने देखा नहीं।
यह किस चीज को सम्हाल रहा है?
..........उसका नाम सुरति है;
..........उसका नाम स्मृति है।
यह एक बात को सम्हाले हुए है कि अपने होश को नहीं खोना है।
जो हो रहा है, हो रहा है। जो किया जा सकता है, वह कर रहे हैं।
जो करने योग्य है, वह किया जाएगा।
लेकिन स्मृति कभी भी खोने योग्य नहीं है।
इस दुनिया में ऐसी कोई भी चीज इतनी मूल्यवान नहीं है,
जिसके लिए तुम सुरति को खोओ। 
पाताली बाबा
लेकिन तुम छोटी-छोटी चीजों में खो देते हो।
एक रुपए का नोट गिर गया,
और देखो तुम कैसे पगला जाते हो।
एकदम ढूंढ़ रहे हैं पागल की तरह!
जहां नहीं हो सकता, वहां भी ढूंढ़ रहे हो।

किसी आदमी को देखो!
घर में उसकी कोई चीज खो गयी।
चीज बड़ी हो..........
वह छोटा सा डिब्बा भी खोल कर देख रहा है
कि शायद...।
तुम स्मृति को खोने को तैयार ही हो।
खोने को तैयार हो, यह कहना भी शायद ठीक नहीं।
तुम्हारे पास है ही नहीं, तुम खोओगे क्या?

Tuesday 14 April 2015

ॐ..वेद ज्ञान..

ॐ।। हमारे आर्ष ग्रन्थ !!!       --भीम सैन श्रीधर जी द्धारा मिली पोस्ट  
Meenu Ahuja की वाल पर मिली एक विशेष पोस्ट जिसमें बहुत ही कम शब्दों में बहुत सी जानकारी है।  
वेद – वेद हमारे धर्मग्रन्थ हैं । वेद संसार के पुस्तकालय में सबसे प्राचीन ग्रन्थ हैं । वेद का ज्ञान सृष्टि के आदि में परमात्मा ने अग्नि , वायु , आदित्य और अंगिरा – इन चार ऋषियों को एक साथ दिया था । वेद मानवमात्र के लिए हैं ।
वेद चार हैं ----१. ऋग्वेद – इसमें तिनके से लेकर ब्रह्म – पर्यन्त सब पदार्थो का ज्ञान दिया हुआ है ।
इसमें १०,५२२ मन्त्र हैं ।
मण्डल – १०
सूक्त -१०२८
ऋचाऐं – १०५८९ हैं ।
शाखा – २१
पद – २५३८२६
अक्षर - ४३२०००
ब्रह्मण - ऐतरेय
उपवेद – आयुर्वेद
२. यजुर्वेद – इसमें कर्मकाण्ड है । इसमें अनेक प्रकार के यज्ञों का वर्णन है ।
इसमें १,९७५ मन्त्र हैं ।
अध्याय – ४०
कण्डिकाएं और मन्त्र -- १,९७५
ब्रह्मण – शतपथ
उपवेद - धनुर्वेद
३. सामवेद – यह उपासना का वेद है ।
इसमें १,८७५ मन्त्र हैं ।
ब्रह्मण – ताण्ड्य या छान्दोग्य ब्रह्मण ।
उपवेद - गान्धर्ववेद
४. अथर्ववेद – इसमें मुख्यतः विज्ञान – परक मन्त्र हैं ।
इसमें ५,९७७ मन्त्र हैं ।
काण्ड - २०
सूक्त – ७३१
ब्रह्मण – गोपथ
उपवेद - अर्थवेद
उपवेद – चारों वेदों के चार उपवेद हैं ।
क्रमशः – आयुर्वेद , धनुर्वेद , गान्धर्ववेद और अर्थवेद ।
उपनिषद – अब तक प्रकाशित होने वाले उपनिषदों की कुल संख्या २२३ है , परन्तु प्रामाणिक उपनिषद ११ ही हैं । इनके नाम हैं --- ईश , केन , कठ , प्रश्न , मुण्डक , माण्डूक्य , तैत्तिरीय , ऐतरेय , छान्दोग्य , बृहदारण्यक और श्वेताश्वतर ।
ब्राह्मणग्रन्थ – इनमें वेदों की व्याख्या है।
चारों वेदों के प्रमुख ब्राह्मणग्रन्थ ये हैं ---
ऐतरेय , शतपथ , ताण्ड्य और गोपथ ।
दर्शनशास्त्र – आस्तिक दर्शन छह हैं – न्याय , वैशेषिक, सांख्य, योग, पूर्वमीमांसा और वेदान्त।
स्मृतियां – स्मृतियों की संख्या ६५ है , परन्तु प्रक्षिप्त श्लोकों को छोङकर मनुस्मृति ही सबसे अधिक प्रमाणिक है । इनके अतिरिक्त आरण्यक , धर्मसूत्र , गृह्यसूत्र , अर्थशास्त्र , विमानशास्त्र आदि अनेक ग्रन्थ हैं ।
वेदों के छह वेदांग – शिक्षा ,कल्प , निरूक्त , व्याकरण , ज्योतिष और छन्द ।
वेदों के छह उपांग – जिन को छः दर्शन या छः शास्त्र भी कहते हैं ।
१. कपिल का सांख्य
२. गौतम का न्याय
३. पतंजलि का योग
४. कणाद का वैशेषिक
५. व्यास का वेदान्त
६. जैमिनि का मीमांसा
इस सन्देश को जन जन तक पहुचाएं।

Monday 9 March 2015

सडक़ों पर बिना प्राण प्रतिष्ठा के स्थापित की गई मूर्तियों पर चिंता

विशेष आयोजन श्री हिन्दू न्याय पीठ की तरफ से कृपाल नगर में 
11 हजार बच्चों की तरफ से होगा श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ 
सनातन धर्म के अनुयायी प्रतिष्ठित मूर्तियो का ही करें पूजन : प्रवीण डंग  
लुधियाना: 8 मार्च 2015: (आराधना टाईम्ज़ ब्यूरो):
धर्म कर्म के क्षेत्र में बहुत ही लगन और मेहनत से सक्रिय डंग  और उनकी टीम  और नए फैसले किये हैं। श्री हिन्दू न्याय पीठ की तरफ से जमीनी स्तर पर धर्म प्रचारक तैयार करने के कार्यक्रम के तहत स्थानीय कृपाल नगर में 11 हजार बच्चों की तरफ से सामूहिक श्री हनुमान चालीसा का पाठ 18 अप्रैल को पंजाब भर से पधारे सनातन धर्म से संबधित संत समाज के सानिध्य में आयोजित होगा। उपरोक्त जानकारी श्री हिन्दू न्याय पीठ के मुख्य प्रवक्ता प्रवीण डंग ने कृपाल नगर स्थित श्री दुर्गा माता मंदिर में 18 अप्रैल को आयोजित होने वाले श्री हनुमान चालीसा के सामूहिक पाठ की तैयारियों संबधी बैठक को संबोधित करते हुए दी। सडक़ों पर सनातन धर्म के देवी देवताओं की बिना प्राण प्रतिष्ठा के स्थापित की गई मूर्तियों पर चिंता प्रगट करते प्रस्ताव पारित करके न्याय पीठ के सदस्यों ने कहा कि श्री हिन्दू न्याय पीठ मंदिरों की मान मर्यादा कायम रखने के प्रयासों को जारी रखते हुए सनातन धर्म के अनुयायियों को मंदिरों के भीतर विधिवत प्राण प्रतिष्ठा करवाई गई मूर्तियों का ही पूजन व सेवा करने के लिए प्रेरित करेगी। इस दौरान हिन्दू समाज से अपील करते हुए कहा कि वे धर्म की मर्यादा के विपरित ऐसा कोई काम न करें जिसका लाभ फिल्म निर्माण करने वाले हिन्दू विरोधी लोग सनातन धर्म की खिल्ली उड़ाने के तौर प्रयोग करके उठा सकें। इस कार्य के लिए सामूहिक श्री हनमुान चालीसा के माध्यम से युवा व नन्हें प्रचारकों की फौज तैयार की जाएगी। इस अवसर पर श्री दुर्गा माता मंदिर कृपाल नगर के मुख्य पुजारी पंडित ओम प्रकाश दूबे, पंडित रवि शर्मा, बाल कृष्ण तिवारी, राजेश शर्मा, विपन शर्मा, गुरमीत सिंह मीता, दीपक मेहरा, राजू वोहरा, विनय कुमार, पूर्ण प्रकाश लाडोवाल, सतनाम वोहरा, रवि सूद, सनम वोबरा, नरेश गुप्ता, अनिल जुनेजा, कृष्ण कुमार तिवारी, अजय सूद, प्रदुमण सैफी, राजन सहगल, राज कुमार सूरी, राजिन्द्र शुक्ला, सुरेश दीक्षित, पल्लू तिवारी, विजय कुमार, मंगा, विनय कुमार, राजू कुमार, रवि कालड़ा, हैप्पी कुमार, मोहित कुमार, शशी कुमार सहित अन्य भी मौजूद थे। उम्मीद करनी चाहिए कि  इसके अच्छे परिणाम निकलेंगे। 
 श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ 18 अप्रैल को

Thursday 5 March 2015

मां के भक्तों की ओर से एक और धार्मिक आयोजन

28 मार्च को होगा विशाल भगवती जागरण 
लुधियाना: 5 मार्च 2015: (आराधना टाईम्ज़ ब्यूरो):
स्वार्थ, जुर्म, लालच और अन्य बुराईयों में लगातार बढ़ोतरी के बावजूद इसे किसी चमत्कार से कम नहीं कहा जा सकता कि लोग अभी भी भक्ति में विश्वास रखते हैं और धार्मिक आयोजनों के लिए समय भी निकालते हैं और धन भी खर्च करते हैं। शायद यही वजह है कि पाप बढ़ने के बावजूद अभी तक यह दुनिया कायम है। जय मां वैष्णो क्लब की ओर से पहला विशाल भगवती जागरण 28 मार्च 2015 दिन शनिवार को करवाया जा रहा है। यह दिव्य आयोजन न्यू सुभाष नगर में ज्वाला मंदिर के निकट 5 नंबर टावर लाईन क्षेत्र में उत्साह और धूमधाम से होगा। सुश्री शांति ठाकुर औरआरटी ठाकुर की देखरेख में हो रहे इस धार्मिक आयोजन सन्नी शाह एंड पार्टी, सन्तोष एंड पार्टी और अजय सागर एंड पार्टी सहित बहुत से कलाकार मां का गुणगान करेंगे।

Tuesday 3 March 2015

श्री अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण शुरू होने से लोगों में उत्साह

 2 जुलाई से शुरू हो कर 29 अगस्त तक चलेगी श्री अमरनाथ यात्रा  
जम्मू: 2 मार्च 2015: (आराधना टाईम्ज़ ब्यूरो):
श्रद्धा, आस्था और दर्शन की इंतज़ार की लम्बी इंतज़ार के बाद इस वर्ष भी श्री अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण  का सिलसिला शुरू हो गया है। पंजीकरण शुरू होने से लोगों में बहुत उत्साह हैइस मकसद के लिए पूरे देश में जम्मू-कश्मीर बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और येस बैंक की 430 शाखाओं में पंजीकरण की व्यवस्था की गई है तांकि यात्रा के इच्छुक लोगों को  सके। इस वर्ष की यात्रा 2 जुलाई से शुरू हो कर 29 अगस्त तक चलेगी। यात्रा अवधि 59 दिन की रहेगी। पंजीकरण की शुरूआत जम्मू स्थित पंजाब नेशनल बैंक में बाकायदा औपचारिक समारोह पूर्वक की गई इस अवसर पर  श्री अमरनाथ जी मंदिर बोर्ड, बैंक अधिकारियों और अन्य प्रमुख लोगों सहित कई धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है की श्री अमरनाथ बोर्ड के अनुसार यात्रा के लिए पंजीकरण करवाना जरूरी है। यात्रा परमिट निश्चित दिनों और निश्चित मार्ग के लिए ही मान्य होगा। पंजीकरण के लिए चुनी गई बैंक शाखाओं के पते श्री अमरनाथ जी मंदिर बोर्ड की वेबसाइट श्री अमरनाथ जी श्राइन डॉटकॉम पर उपलब्ध है। निर्धारित बैंक से पंजीकरण करवाने या फिर यात्रा परमिट प्राप्त करने के लिए इच्छुक श्रद्धालु को निर्धारित आवेदन पत्र भरकर देना होगा और अधिकृत डॉक्टर द्धारा जारी अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र भी जमा कराना होगा। इस सारी प्रक्रिया को लेकर पिछली बार नाराज़गी भी ज़ाहिर की थी। उम्मीद की जनि चाहिए की  पंजीकरण को लेकर कोई  होगी।