Tuesday, 24 May 2022

ब्राह्मण समाज ने चेतना सम्मेलन में भरी हुंकार

24th May 2022 at 2:05 PM

ब्राह्मण हिंदू समाज को संगठित करके राष्ट्र सेवा में लगे हैं 

पंडित सुनील भराला ने किया संस्कृति,धर्म,सेवा और समर्पण में अग्रसित होने का भी दावा 


लुधियाना
: 24 मई 2022:  (आराधना टाईम्ज़ ब्यूरो)::
महानगर के पंजाब ट्रेड सेंटर मिल्लरगंज में ब्राह्मण समाज द्वारा राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के बैनर तले ब्राह्मण चेतना सम्मेलन और भगवान परशुराम जयंती के उपलक्ष में कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम मंत्री पंडित सुनील भराला मुख्याथिति रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करने वालों में राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भृगुवंशी आशुतोष पांडे ने की कार्यक्रम में नागेंद्र शर्मा अध्यक्ष सुशासन विभाग भाजपा हरियाणा, उद्योगपति टी आर मिश्रा, नामधारी समाज के प्रमुख संत ठाकुर दलीप सिंह जी की तरफ से स.हरविंदर सिंह नामधारी और ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ नेता राजेश मिश्रा विशेष तौर पर उपस्थित रहे। 
इस आयोजन में रिग्स इंटरनेशनल स्कूल अंबेडकर नगर के बच्चो ने मंत्रों के उच्चारण किए कार्यक्रम का संचालन पंडित अवधेश पांडे ने किया भगवान परशुराम जी के पूजन अर्चन उपरांत आरंभ हुए इस कार्यक्रम में संगोष्ठी दौरान विद्वान ब्राह्मणों ने अपने विचारों से सदन को अवगत करवाया और समाज के हर विषय पर विस्तृत चर्चा हुई। 
इस आयोजन को संबोधन करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के श्रम मंत्री पंडित सुनील भराला ने कहा की ब्राह्मण समाज ज्ञान और संस्कारों का धनी है। आज कुछ अराजक तत्व भगवान परशुराम जी के इतिहास और उनके विचारों को तोड़मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। हमे अपने इतिहास अपने आराध्य देव और संस्कृति को हर घर में पहुंचाना है। आज हमारा ब्राह्मण समाज हिंदू समाज को संगठित करके राष्ट्र, संस्कृति,धर्म,सेवा और समर्पण में अग्रसित है। हमे अपने साथ साथ अन्य वर्गो के उत्थान के लिए भी संकल्पित होना होगा। ब्राह्मण हर वर्ग का कल्याण चाहता है कार्यक्रम में विदेश से नामधारी समाज के प्रमुख गुरु ठाकुर दिलीप सिंह जी का दूरभाष के माध्यम से उद्बोधन हुआ जिन्होंने शहीद ब्राह्मणों का ज़िक्र करते सभा को उनकी याद में आयोजन हेतु प्रेरित करते चेतना सम्मेलन की बधाई दी। 
इस अवसर पर भृगुवंशी आशुतोष पांडे ने कहा कि संगठन समाज को इकठ्ठा करके समाज की लड़ाई को हर स्तर पर लड़ने का प्रयास कर रहा है। अन्य आयोगों की तर्ज पर स्वर्ण आयोग का गठन होना चाहिए तभी इस वर्ग का कल्याण हो सकता है। इस अवसर पर अतिथियों को सम्मानित भी किया गया। 
कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का धन्यवाद संगठन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र मिश्रा ने किया इस अवसर पर ए एन मिश्रा,सुनील त्रिपाठी, पराग दत्त शुक्ला, डी एस ठाकुर, रमेश पांडे,दिनेश मिश्रा, सुनील तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी, प्रशांत पाठक, नागेंद्र मिश्रा, दिनेश चौबे, राजेश पांडे, मंत्री पांडे, राजमणि मिश्रा, अजय कौशिक, पल्लू तिवारी, राम चन्द्र दिवेदी, संतोष उपाध्याय सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे। 

Wednesday, 11 May 2022

पशुपालकों/गोशालाओं के सामने सुखा चारा का अभुतपूर्व संकट गहराया

10th May 2022 at 11:16 PM

ईंधन के रूप में बढ़ रहे प्रयोग से गहरा है चारे का संकट 

घास-चारा-पराली के ईंट भट्टों,कागज मिलों आदि फैक्ट्रियों में कच्चे माल का होता है ईंधन के रूप में प्रयोग 

देश के संतवृंदो ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों एवं मुख्य सचिवों को भी लिखा पत्र 

प्रकृति एवं परमात्मा ने सभी फसलों के ऊपरी भाग अनाज व तिलहन को मनुष्य के लिए तथा नीचे का घास व भूसा-चारा गोवंश व पशुधन हेतु ही प्रदान किया है                                                                                          पूनम राजपुरोहित मानवताधर्मी ने उठाया मुद्दा 


लुधियाना
:10 मई 2022: (आराधना टाईम्ज़ ब्यूरो)::

सुखा घास-चारा-पराली-भूसा के कागज मिलों,ईंट भट्टों एवं फैक्ट्रियों में उपयोग से पंजाब के समस्त गोवंश एवं पशुपालकों के सामने अभुतपूर्व संकट खडा हो गया है। पंजाब की 500 से अधिक तथा देश में संचालित हजारों गोशालाओं में अधिकतर अपंग,वृद्ध,लाचार,बीमार,दुर्घटनाग्रस्त एवं कत्लखानों जाते हुए छुडाये गये लाखों संख्या में गोवंश की सुचारू सेवा-सुश्रुषा बुरी तरह प्रभावित हो रही है। चारे की अनुपलब्धता एवं अभुतपूर्व मंहगाई से गोशालाओं तथा आम पशुधन पालकों के सामने भयंकर आर्थिक समस्या है। चारा के भाव दुगुने होकर आसमान छू रहे है और घास-चारा की खरीद असंभव हो रही है।

उपरोक्त व्यक्तव्य देते हुए श्रीपथमेडा गोधाम महातीर्थ एवं गोसेवा मिशन के वरिष्ठत्तम गोसेवक तथा राष्ट्रीय गो-अधिकार विचार मंच के संस्थापक अध्यक्ष पूनम राजपुरोहित मानवताधर्मी ने पंजाब सरकार से तत्काल प्रभाव से सुखी तुडी-पराली-भूसा आदि पषुधन के प्राण बचाने वाले सभी प्रकार के सुखे घास-चारा को कागज मिलों,ईंट भट्टों एवं फैक्ट्रियों में कच्चे माल तथा र्इ्रंधन के रूप में उपयोग पर कठोरता से प्रतिबंध लगाने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि गोसेवा मिशन के अध्यक्ष स्वामी कृश्णानंद महाराज ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद,पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान,राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और सभी प्रमुख प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों एवं मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर देश के समस्त गोभक्तों-गोसेवकों,गोशाला संचालकों एवं पशुपालक जनमानस की समस्याओं से अवगत करवाया है।

देश के प्रमुख गोसेवा-गोरक्षा आन्दोलनों के अग्रदूत रहे श्री राजपुरोहित ने कहा है कि ‘‘प्रकृति एवं परमात्मा ने फसलों का ऊपरी भाग अनाज व तिलहन को मनुष्य तथा नीचे का घास-भूसा-चारा गोवंश व पशुधन के लिये बनाया है। अतः इस प्राकृत एवं व्यवहारिक नियम से घास-चारा पर एकमात्र अधिकार गोवंश और पशुधन का है। गोवंश देश व राज्यों की अर्थव्यवस्था,ग्रामीण रोजगार,प्राकृतिक खेती,मानव स्वास्थ्य तथा पर्यावरण संरक्षण का मूल आधार है। उन्होंने कहा है कि घास-चारा का अनावश्यक स्टाक पर सख्त कार्यवाही कर सरकार गोशालाओं एवं पशुपालकों को सस्ता घास-चारा उपलब्ध करवाये।’’

सुप्रसिद्ध विचारक,चिंतक,लेखक एवं गोसेवा-गोरक्षा विषयक जाने माने नीतिकार पूनम राजपुरोहित ने स्वामी कृष्णानंद महाराज द्वारा लिखे गये पत्र को पथमेडा संस्थापक गोऋषि स्वामी दत्तशरणानंद महाराज,मलूक पीठाधीश्वर राजेन्द्रदास महाराज तथा स्वंय उनकी भावनाओं का समावेश बताया है। उन्होंने गोसेवा मिशन के आन्दोलनात्मक प्रयासों पश्चात होशियारपुर जिला कलेक्टर द्वारा सभी प्रकार की फेक्ट्रियों में कच्चा माल एवं ईंधन के रूप में सुखे घास-तुडी उपयोग पर 08 मई,2022 को पाबंदी लगाने के आदेश को पूरे पंजाब एवं देश में तत्काल लगाने की मांग उठाई है।

संपर्कः- 9414154706]7742897640  

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Tuesday, 3 May 2022

"मेरी माता मिंधला दी रानी" भजन यूट्यूब पर हुआ रिलीज

3rd May 2022 at 4:11 PM

 गाने के माध्यम से बताया माता का इतिहास 


चंबा: 3 मई 2022: (वीरू राणा//देवभूमि स्क्रीन//आराधना टाईम्ज़)::
जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र पांगी में स्थित ऐतिहासिक मिंधल माता के इतिहास को संजोए रखने के लिए माता "मेरी माता मिंधला दी रानी" भजन मंगलवार को यूट्यूब पर रिलीज किया गया है। इस भजन को हिल्स एकेडमी भद्रम में रिलीज किया गया है। भजन के निर्देशक सीएल ठाकुर बताते हैं कि पांगी घाटी के मिंधल माता का इतिहास संजोए रखने के लिए इस भजन को गाया गया है। उन्होंने बताया कि इस भजन को वीरू राणा द्वारा नरेंद्र म्यूजिकल ग्रुप स्टूडियो सरोल में गाया गया है। 
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वीरू राणा पांगी के एक छोटे से गांव में मिंधल के रहने वाले हैं। और मौजूदा समय में एक पत्रकार है। मिंधल माता के प्रति काफी श्रद्धा रखते हैं इससे पहले भी वह कई बार मिंधल माता के दरबार में जगराता कर चुके हैं। इस भजन के माध्यम से वीरू राणा द्वारा मां के भक्तों को यह बताया गया है कि मां मिंन्धलवासनी कैसे प्रकट हुई है। और मिंधल गांव आत तक क्यों शाप से मुक्त नहीं हो पाया है। 
आपको बता दें कि मिंदर गांव में एक बैल से की जा रही खेतीबाड़ी के बारे में भी इस भजन के माध्यम से बताया गया है । वीरू राणा बचपन से ही एक कलाकार बनना चाहता था लेकिन परिस्थितियों की वजह से नहीं बन पाए। आज के समय में वीरू राणा द्वारा अपना एक वेव पोर्टल चलाते है। साथ ही वीरू राणा के वेब पोर्टल को हाल ही में गूगल द्वारा मीडिया पार्टनर  में लिया गया है। वहीं यूएसए की एक नामी कंपनी इजॉइक द्वारा वीरू राणा के वेब पोर्टल को मोनेटाइज वेब पार्टनर बनाया गया है। और यह प्रदेश का पहला वेब पोर्टल है जोकि इजॉइक व गुगल जैसी नामी कंपनियों का मीडिया पार्टनर है। जिसके माध्यम से अपना दिनचर्य चला रहे है।