कुलदीप कौर की टीम को भेजा ज़रूरतमंद घरों तक ज़रूरी सामान के साथ
पटियाला: 13 अप्रैल 2020: (कार्तिका सिंह//आरधना टाईम्ज़)::
कोरोना का कहर टूटा तो सबसे अधिक दिक्कत आई उन लोगों को जो हर रोज़ दिहाड़ी करके कमाते थे और उसी से उनका घर चलता था। इसके साथ ही वे लोग भी थे मध्यवर्गों से सबंधित थे। जब मार्च के अंत में लॉक डाउन शुरू हुआ तो उनके घरों का राशन भी समाप्त हो चुका था और वेतन अभी मिला नहीं था। साथ ही गली मौहल्लों के वो दुकानदार भी इसी संकट का शिकार हुए जिनकी दुकानें कर्फ्यू के कारण बंद करा दी गईं थीं। छोले-भटूरे, टिक्की-समोसा, भुजे हुए चने इत्यादि और चाय बेचने वालों का भी यही हाल हुआ। इन लोगों ने कभी ज़िंदगी में हाथ नहीं फैलाया था। हमेशां अपना कमाते और जो कमाई होती उसी में खुश रहते हुए ज़िंदगी काटते। कोरोना के संकट की बात तो किसी की कल्पना में भी नहीं थी। सबसे ज़्यादा दिक्क्त समाज के इन्हीं वर्गों से सबंधित लोगों को आई। न तो ये लोग गरीबों के लिए बनी राशन वितरण लाइनों में जा कर खड़े हो सकते थे और न ही किसी और के पास जा सकते थे। ऐसे लोगों की आवाज़ नामधारी प्रमुख ठाकुर दलीप सिंह ने सुनी और वह भी इन लोगों के बोले बिना। ठाकुर दलीप सिंह ने विदेश की धरती से ही अपने पैरोकारों से कहा कि इस तरह के सभी वर्गों का पता लगाएं और बिना कोई शोर या प्रचार किये इन लोगों तक सहायता पहुंचाएं।
आदेश का पालन भी तुरंत शुरू हुआ। घरों की रसोई के लिए आवश्यक सामान को छोटे छोटे पैकटों में बंद कराया गया। उनकी किट अर्थात गठड़ियाँ बनवायीं गईं। हर ज़रूरतमंद के घर तक यह सब सामान पहुंचा दिया गया। साथ ही दवाई और दूध जैसे ज़रूरी खर्चों के लिए एक निश्चित अमाउंट के पैसे भी सभी घरों तक पहुंचाए गए। हर घर का पता लगाना। फिर बिना किसी को बताए चुपके से अचानक जा कर उनका दरवाज़ा खटखटाना और जब दरवाज़ा खुलना तो बहुत ही स्नेह और सम्मान के साथ उनको वह राशन की किट भी पकड़ा देनी और साथ ही पैसे भी। देश भर के बहुत से राज्यों में यह सिलसिला शुरू हुआ और अब तक जारी है। ठाकुर दलीप सिंह के सेवक पंजाब, हरियाणा, यूपी, बिहार, राजस्थान, दिल्ली सहित कई राज्यों के पिछड़े इलाकों तक भी तेज़ी से पहुंचे। ख़ामोशी के साथ सेवा का यह बिलकुल ही नया अध्याय बना।
पटियाला में इसकी कमान संभाली महिला वैलफेयर सोसायटी की प्रमुख कुलदीप कौर और उनकी टीम ने। इस टीम ने कच्चा राशन भी ज़रूरतमंद लोगों के घरों तक पहुंचाया और पका हुआ लंगर भी। इस मकसद के लिए इन्होने अपनी चिर परिचित वैन का सदुपयोग किया जिसे आप तस्वीर में भी देख सकते हैं।
टीम की अध्यक्षा कुलदीप कौर के साथ महासचिव-बीमा सेन, कोषाधिकारी-मनप्रीत कौर और जसबीर कर सहित अन्य पदाधिकारी भी साथ रहे। पुरुष सहयोगियों में से हरमीत सिंह, चरणजीत सिंह मंगा और रवनीत सिंह ने भी सक्रिय हो कर इस टीम का साथ दिया।
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