Monday, 27 December 2021

माया नगर में भी संगत ने याद की साहिबज़ादों की कुर्बानी

 गुरुद्वारा साहिब में हुए शहीदी पर्व पर विशेष आयोजन 

लुधियाना
: 27 दिसंबर 2021: (कार्तिका सिंह//आराधना टाईम्ज़):: kurbani
जब सारी दुनिया क्रिसमिस और नए वर्ष का स्वागत करने में खोई हुई है उस समय सिख पंथ के लोग और सिख पंथ से स्नेह रखने वाले दिसंबर के महीने में उन कुर्बानियों को याद क्र रहे हैं जो गुरु गोबिंद जी साहिब ने अन्याय के खिलाफ लड़ते हुए दी। दो साहिबज़ादे जंग में जूझते हुए शहीद हुए और दो छोटे साहिबज़ादे दीवारों में चिनवा कर शहीद कर  दिए गए। जिन को उनकी क़ुरबानी याद है और अपनी पगड़ी और दाढ़ी की लाज का लिहाज़ है वे लोग इस महीने में शराब पी कर खुशियां नहीं मनाते। वे गुरु जी के जीवन को याद करते हुए उन कुर्बानियों की बात करते हैं जो उन्होंने हम सभी के लिए दी। वे पाठ करते हैं, कीर्तन करते हैं और अरदास करते हैं। सिख पंथ के संदेश को हर जगह फैलते हैं। सरबत्त का भला मांगने वाले इस महान पंथ की जय जय कार करते हैं। सिर दे कर मिली सरदारी पर कोई आंच नहीं आने देते। लंगर या सेवा में किसी मतभेद को नज़दीक नहीं फटकने देते। गुरु जी की बात को याद रखते हैं कि चार मुये तो क्या हुआ जीवित कई हज़ार। सच्चे सिंह याद रखते हैं कि वे गुरु गोबिंद सिंह और माता साहिब कौर की संतान हैं। 
इस नज़रिए से लुधियाना के माया नगर के गुरुद्वारा साहिब में भी संगत जुडी और उन महान कुर्बानियों ओके याद किया। गुरुबाणी के पाठ हुए और कीर्तन भी हुआ। इस तरह उन साहिबज़ादों को याद किया गया। नतमस्तक हो कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। 
इस शहीदी पर्व को मनाने के लिए गुरुद्वारा श्री गुरु नानक देव जी माया नगर लुधियाना में विशेष आयोजन हुआ। मंच संचालन किया कोमलप्रीत कौर ने, आयोजन की तैयारी करवाई जसप्रीत कौर और हमीर कौर ने। इस आयोजन में कवितायेँ भी पढ़ीं गयीं और लेक्चर भी हुए। 
गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान करतार सिंह बावा और चेयरमैन रंजीत सिंह (नेशनल अवार्डी), कमेटी की महासचिव कवलजीत कौर डाली ने सभी प्रबंध अपनी देख रेख में स्वयं शामिल हो कर पूरे करवाए। भाई कश्मीर सिंह के रागी जत्थे ने वैरागमई कीर्तन किया। ज़ुल्म के खिलाफ सिख पंथ के ऐतिहासिक जोश को बढ़ाने वाले शब्दों का भी गायन किया। ग्रंथि भाई कल्वीर सिंह ने भी सफलता के लिए सभी आवश्यक कार्यों में योगदान दिया। लंगर की सेवा हरचरण सिंह रंगी ने निभाई। इलाके की संगत ने सुबह सुबह घरों से निकल कर इस सतसंग में भाग लिया।  

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